IIT-BHU गैंगरेप केस के तीनों आरोपियों को BJP ने किया निष्कासित, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
BHU Rape Case
वाराणसी। BHU Rape Case: आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म में पुलिस लगभग दो महीने बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सकी। वाराणसी के कुणाल पांडेय, सक्षम सिंह और आनंद उर्फ अभिषेक चौहान को शनिवार रात को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई बुलेट मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
लगातार ठिकाना बदल रहे थे आरोपी
आरोपियों के फोन नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो उनकी लोकेशन पहले मध्य प्रदेश और फिर लखनऊ में मिली। आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे। वारदात की रात बुलेट पर नंबर प्लेट नहीं थी मगर बाद में जांच को भटकाने के लिए आरोपियों ने नंबर प्लेट लगा ली थी।
पुलिस ने ट्रिक अपनाकर किया गिरफ्तार
पुलिस ने रणनीति के तहत उदासीनता दिखाई तो मामला शांत पड़ता देख तीनों घर लौट आए। इसके बाद पुलिस की टीम ने शनिवार रात तीनों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि पर्याप्त सुबूतों के साथ तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मोटरसाइकिल किसी संतोष नाम के व्यक्ति की है, लेकिन कुणाल उसका इस्तेमाल करता था।
बड़े नेताओं के साथ आरोपियों की फोटो वायरल
आरोपी कुणाल भाजपा आईटी सेल का महानगर संयोजक और सक्षम सह संयोजक है। तीसरा आरोपी आनंद भाजपा महानगर कार्यसमिति का सदस्य है। फेसबुक पर तीनों आरोपियों ने कई बड़े नेताओं के साथ अपनी फोटो लगा रखी है, जो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही है। पुलिस ने देर शाम तीनों आरोपियों को रिमांड मजिस्ट्रेट शिखा यादव की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
एक नवंबर की रात घटी थी घटना
आईआईटी बीएचयू की छात्रा बीती एक नवंबर की रात करीब डेढ़ बजे अपने हॉस्टल से टहलने निकली थी। रास्ते में उसे एक मित्र मिला। दोनों कुछ दूर आगे बढ़े थे कि कर्मन वीर बीर बाबा मंदिर के पास बुलेट सवार तीनों आरोपी कुणाल, सक्षम और आनंद ने उन्हें रोक लिया।
उसके दोस्त के साथ मारपीट की और छात्रा का यौन उत्पीड़न किया। उसे निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया। उन्होंने करीब 15 मिनट तक छात्रा को बंधक बनाए रखा और उसका मोबाइल फोन लेकर भाग गए। घटना के अगले दिन आईआईटी बीएचयू के छात्रों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और परिसर की सुरक्षा के मुद्दे पर प्रदर्शन शुरू किया जो दस दिनों तक चला।
इस बीच पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की। बीएचयू परिसर और गेट पर लगे 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को देखा, जिससे तीनों आरोपियों की पहचान हुई। घटना के समय इनके फोन नंबर भी वहां सक्रिय पाए गए थे।
अखिलेश यादव और अजय राय ने दी प्रतिक्रिया
मामले को लेकर अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट किया कि ये भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नई फसल है, जिनकी ‘तथाकथित जीरो टॉलरेंस सरकार’ में दिखावटी तलाश जारी थी, लेकिन पुख्ता सुबूतों और जनता की बढ़ती नाराजगी के दबाव में भाजपा सरकार को इन्हें गिरफ्तार करना ही पड़ा। ये वही भाजपाई हैं जिन्होंने बीएचयू की एक छात्रा के साथ अभद्रता की सारी सीमाएं तोड़ दी थीं।
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी कहा कि भाजपा के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ बस एक नारा है। मैंने उसी समय कहा था कि इसमें भाजपा के लोग शामिल हैं। वहीं, प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि अपराधी कोई भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
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